हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार ,इस रिवायत को "आमाली ए सदुक" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال الامام الرضا علیه السلام
مَن لم يَقدِرْ على ما يُكَفِّرُ بهِ ذُنوبَهُ فَلْيُكثِرْ مِنَ الصَّلاةِ على محمّدٍ وآلِهِ فإنّها تَهدِمُ الذُّنوبَ هَدماً
हज़रत इमाम रज़ा (अ.स.) ने फरमाया:
जो आदमी ऐसा काम नहीं कर सकता की जिसकी वजह से इसके गुनाह झड़ जाए तो इससे मोहम्मद व आले मोहम्मद पर बहुत ज़्यादा दुरूद भेजना चाहिए क्योंकि दुरूद गुनाहों को खत्म कर देता हैं।